Monday, 1 March 2021
CBSE CLASS 6 LESSON 15 objective question answers
पाठ का नाम : नौकर
पाठ का संक्षिप्त परिचय और बहुविकल्पीय प्रश्न –उत्तर
प्रस्तुत पाठ नौकर अनु बंद्योपाध्याय जी ने लिखा है । इस पाठ के माध्यम से लेखिका ने गाँधी जी के जीवन पर प्रकाश डाला है । स्वतंत्रता आंदोलन के साथ-साथ सामाजिक कामों में भी गांधी जी की अभिन्न सहयोगी रहीं।इस पाठ के माध्यम से उन्होंने बताया है कि गांधी जी केवल राष्ट्रपिता और स्वाधीनता के निर्माता ही नहीं थे, उनके जीवन के हर प्रसंग से सीखा जा सकता है।
पाठ परिचय
गांधी जी आमतौर पर कई ऐसे कार्य करते थे जो नौकर करते हैं । पाठ में बताया गया है कि जब वो बैरिस्टरी से हज़ारों कमाते थे तब भी हाथ से चक्की पर आट्टा पिसते थे । चक्की चलाने में कस्तूरबा और उनके लड़के भी हाथ बँटाते थे । अपने घर के लिए भी महीन व मोटा आट्टा वो अपने आप पीसते थे । साबरमती आश्रम में भी वो पिसाई का काम करते थे । गेहूँ को पीसने से पहले वो बीन कर साफ़ करने पर जोर देते थे । इस महान व्यक्ति को अनाज बीनते देखते , मिलने आने वाले हैरत में पड़ जाते थे । बाहरी लोगों के सामने शारीरिक मेहनत करने से गाँधी जी को कोई शर्म नहीं आती थी । एक बार की घटना के बारे में बताते हुए कहा है कि एक बार कॉलेज के छात्र उनसे मिलने आए, उनको अपनी अंग्रेजी भाषा के ज्ञान पर घमण्ड था। बातचीत के अंत में उन्होंने कहा कि " आपकी कोई मदद कर सकूँ तो,कृपया मुझे अवश्य बताएँ ।" गांधी जी ने कहा कि आप के पास समय है तो इस थाली के गेहूँ बीन डालिए । आगंतुक बड़ी मुश्किल में पड़ गए पर अब उनके पास कोई चारा नहीं था । एक घण्टे तक गेहूँ बीनने के बाद थक गए और गांधी जी से विदा ले कर चले गए ।
कई सालों तक गांधी जी ने आश्रम के भण्डार को संभालने में मदद की । सबेरे ही वह रसोईघर में जाकर सब्ज़ियाँ छीलते थे ।
उन्हें सब्ज़ी,फल और अनाज के पौष्टिक गुणों का ज्ञान था । एक बार एक आश्रमवासी ने बिना धोए आलू काट दिए । गांधी जी ने समाझाया कि आलू और नींबू को बिना धोए नहीं काटना चाहिए ।
आश्रम का एक नियम था कि सब लोग अपने बरतन स्वयं साफ़ करें और बड़े बर्तन बारी बारी से साफ़ करते थे । आश्रम के निर्माण के समय आने वाले मेहमान तम्बू में सोते थे । एक दिन एक नए व्यक्ति को बिस्तर रखने की जगह का पता न था तो गांधी जी स्वयं उसका बिस्तर उठाकर नियत स्थान पर ले गए ।
गांधी जी अपना काम स्वयं करना पसंद करते थे, इसके लिए पाठ में उदाहरण दिया है कि आश्रम के बाहर बने कुएँ से पानी खींचने का काम वे रोज़ करते थे। एक दिन गांधी जी कुछ अस्वस्थ थे और चक्की पर आटा पीसने के काम में हिस्सा बँटा चुके थे । उनके एक साथी ने उन्हें थकावट से बचाने के लिए अन्य आश्रमवासियों की सहायता से सभी बड़े-छोटे बरतनों में पानी भर दिया । गांधी जी को यह बात पसंद नहीं आई । मन में कुछ ठेस भी लगी । उन्होंने बच्चों के नहाने का एक टब उठा लिया और कुएँ से उसमें पानी भरकर टब को सिर पर उठाकर आश्रम ले आए । बेचारे कार्यकर्ता को बहुत पछतावा हुआ ।
उनमें हर प्रकार का काम करने की अद्भुत क्षमता और शक्ति थी इसके लिए पाठ में बताया है कि दक्षिण अफ्रिका में बोअर युद्ध के दौरान वो घायलों को स्ट्रेचर पर लादकर एक दिन में पच्चीस-पच्चीस मील तक ढोया था । वह मीलों पैदल चलते थे । दक्षिण अफ्रिका में जब वे टॉलस्टॉय बाड़ी में रहते थे,तब पास के शहर में काम होने पर वे बयालीस मील तक पैदल चलते थे । उनके अन्य साथी भी उनके इस उदाहरण का खुशी-खुशी अनुकरण करते थे ।
गांधी जी अपने खाली समय का उपयोग भी लोगों के लिए काम करने के लिए करते थे । एक बार उन्होंने तालाब की भराई करने वाले मजदूरों के लिए नाश्ता तैयार किया । पूछने पर बताया कि "तुम थके हारे आवोगे और मेरे पास खाली समय था इसलिए मैंने नाश्ता बना दिया ।
एक बार लदंन में भारतीय छात्रों ने उनको एक शाकाहारी भोज में निमंत्रित किया । छात्रों ने इस अवसर पर एक शाकाहारी भोजन तैयार करने का निश्चय किया था । तीसरे पहर दो बजे एक दुबला-पतला और छरहरा आदमी आकर उनमें शामिल हो गया । और तश्तरियाँ धोने, सब्जी साफ करने और अन्य छुट-पुट काम करने में उनकी मदद करने लगा । बाद में छत्रों का वहाँ आया तो क्या देखता है कि वह दुबला-पतला आदमी और कोई नहीं ,उस शाम को भोज में निमंत्रित उनके सम्मानित अतिथि गांधी थे ।
गांधी जी को बच्चों से बहुत प्यार था । वे मानते थे कि बच्चे के विकास के लिए माँ-बाप का प्यार और देखभाल ज़रूरी है। एक बार दक्षिण-अफ्रीका की जेल से छूटने के बाद उन्होंने देखा कि उनके मित्र की पत्नी श्रीमती पोलक बहुत दुबली -पतली और कमज़ोर हो गई थी ।उनका बच्चा दूध पीना नहीं छोड़ रहा था । गांधी जी उसी दिन से बच्चे को अपने पास सुलाना शुरू किया और एक पखवाड़े में उस बच्चे ने अपनी माँ का दूध पीना छोड़ दिया ।
गांधी जी अपने से बड़ों का आदर सत्कार किया करते थे । एक बार दक्षिण अफ्रीका में गोपालकृष्ण गोखले,गांधी जी के साथ ठहरे हुए थे । वे उनके कपड़ों पर प्रेस करते थे, उनका बिस्तर लगाते थे और उनको भोजन परोस करके देते थे । वे उनके हाथ-पैर दबाने के लिए भी तैयार रहते थे । गोखले जी के मना करने पर भी वे मानते नहीं थे ।महात्मा कहलाने से पहले गांधी जी कांग्रेस के अधिवेशन में गए । वहां पर गंदे पाखाने भी साफ़ किए । एक बड़े कांग्रेसी नेता के पत्रों का जवाब लिखा, उनकी कमीज़ में बटन लगाए तथा अन्य काम खुशी से किए । नौकरों के लिए गांधी जी की विचारधारा थी कि नौकरों को हमें वेतनभोगी मादूर नहीं मानना चहिए बल्कि अपने परिवार का सदस्य समझना चाहिए ।गांधी जी ने देखा था कि इंग्लैंड के घरों में नौकर परिवार का सदस्य माना जाता है । अंग्रेज परिवार द्वारा विदा लेते समय नौकरों का परिचय उनसे नौकरों की तरह नहीं बल्कि परिवार के सदस्य के समान कराया गया। गांधी जी को भी इस बात की काफ़ी खुशी हुई कि वे भी नौकरों को नौकर न मानकर भाई या बहन मानते थे
महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न –अभ्यास
1.नौकर पाठ लिखा है ?
i अनु बंद्योपाद्याहय
ii भगवतशरण उपध्याय
iiiसुंदरा रामस्वामी
2.बैरिस्टर रहते हुए भी गांधी जी कौन-सा काम किया करते थे?
i आश्रम का काम
ii सफ़ाई का काम
iii चक्की से आटा पीसने का काम
3.गांधी जी रसोईघर में जाकर क्या करते थे?
i सब्ज़ियाँ बनाते थे
ii सब्ज़ियाँ खाते थे
iii सब्ज़ियाँ छीलते थे
4.गांधी जी अपने साथियों को किस बात पर आड़े हाथों लेते थे ?
i.गांधी जी का काम न करने पर
ii.गांधी जी का कहना न मानने पर
iii रसोईघर की सफ़ाई न करने पर
5.गांधी जी को किसके पौष्टिक गुणों का ज्ञान था ?
i फलों का
ii सब्ज़ियों का
iii अनाज का
iv सभी सही हैं
6.बोअर-युद्ध के समय गांधी ने क्या किया ?
i रोगियों को भोजन दिया
ii रसोईघर का काम संभाला
iii घायलों को स्ट्रेचर पर ढोया
7.गांधी जी कहाँ रहते थे जब वो अकसर बयालीस मील पैदल चलते थे ?
i टॉलस्टॉय बाड़ी में रहते हुए
ii केप टाउन में रहते हुए
iii लुसाका में रहते हुए
8.गांधी जी दक्षिण अफ्रीका में किसके साथ ठहरे हुए थे ?
i नेहरू जी के साथ
ii गोखले के साथ
iii बाल गंगाधर तिलक के साथ
9.गांधी जी ने गोखले जी के लिए क्या-क्या किया ?
i कपड़े इस्त्री किया
ii बिस्तर ठीक किया
iii भोजन परोस कर दिया
iv. उपर्युक्त सभी सही हैं
10. गांधी जी के अनुसार हमारा नौकरों के साथ व्यवहार कैसा होना चाहिए ?
i मैत्रीपूर्ण
ii भाई जैसा
iii मालिक नौकर की भाँति
11.साबरमती आश्रम किस राज्य में है ?
i.बिहार
ii. बंगाल
iii.गुजरात
उत्तर : 1 (i) 2,(iii) 3 (iii) 4(iii) 5 (iv) 6 (iii) 7 (i) 8 (ii) 9(iv) 10(ii) 11 (iii)
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
बालगोबिन भगत ,प्रश्न उत्तर , कक्षा दसवीं
प्रश्न 1. खेतीबारी से जुड़े गृहस्थ बालगोबिन भगत अपनी किन चारित्रिक विशेषताओं के कारण साधु कहलाते थे ? उत्तर - बालगोबिन भगत बेटा-पतोहू से ...
-
परियोजना कार्य ( PROJECT WORK) विषय हिन्दी कक्षा XII 1. महादेवी वर्मा का जीवन एवं उनकी रचना भक्तिन की समीक्षा 2.भक्ति...
-
वाक्य के महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न 1. रचना के आधार पर वाक्य के कितने भेद होते हैं ? (क) चार (ख) तीन ...
-
लेखक परिचय नागार्जुन का जन्म 30 जून 1911 ई. में दरभंगा बिहार में हुआ । उनकी मृत्यु 5 नवम्बर 1998 ई.में हुई। नागार्जुन का असली नाम ...
No comments:
Post a Comment