कविता का नाम - ध्वनि
प्रश्न 1.ध्वनि कविता के कवि का नाम लिखिए ।
i सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
ii रामधारी सिंह दिनकर
iii महादेवी वर्मा
प्रश्न 2. कवि अपने जीवन का अंत क्यों नहीं चाहता ?
i कवि बहुत लंबी उम्र जीना चाहता है
।
ii वह अपने जीवन के उद्देश्यों को पूरा कर यश
कमाना चाहता है ।
iii वह अपने जीवन को फूलों सा महकाना चाहता है ।
प्रश्न 3 ’वन में मृदुल वसंत’ पंक्ति से क्या आशय है ?
i वन रूपी जीवन में वसंत का आगमन होना
ii नए
कार्यों को करना
iii दोनों सही है ।
प्रश्न 4. कवि अलसाई कलियों पर अपने कोमल कर का स्पर्श करना
चाहते हैं ?
i कवि प्रकृति के अवसाद व आलस्य को समाप्त
करना चाहते हैं ।
ii कवि कलियों को उनके सौंदर्य से परिचित
करवाना चाहते हैं ।
iii कवि कली जैसे होना चाहते हैं
प्रश्न 5. कवि प्रकृति के माध्यम से क्या कहना चाहते हैं ?
i प्रकृति सुन्दर रहे ।
ii जीवन
का आलस्य,निराशा व प्रसाद सब दूर हो जाए और वे नये
कार्यों
की ओर बढ़ें ।
iii वो हमेशा आगे बढ़ते रहें ।
प्रश्न 6. कवि को पुष्प कैसे दिखाई पड़ते हैं ?
i खिले हुए
ii सुगंधित
iii आलसी,निद्रामय व उदासी में डूबे हुए ।
प्रश्न 7. कवि की चाहत क्या है ?
i वह अपने जीवन के आलस्य,निराशा व प्रमाद को दूर करना चाहता है
ii वह अपने अनंत से सप्राण भेंट करना चाहता
है ।
iii वह अपने अंत से पूर्व अपने
जीवन की आभा,सुषमा व कर्तव्य भावना
को यशस्वी बनाकर चारों ओर फैलाना चाहता है ।
iv. सभी सही हैं ।
1. i सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
2. ii वह अपने जीवन के उद्देश्यों को पूरा
कर यश कमाना चाहता है ।
3. i वन रूपी जीवन में वसंत का आगमन होना
4. i कवि प्रकृति के अवसाद व आलस्य को
समाप्त करना चाहते हैं ।
5. ii जीवन का आलस्य,निराशा व प्रसाद सब
दूर हो जाए और वे नये
कार्यों
की ओर बढ़ें ।
6. iii आलसी,निद्रामय व उदासी में डूबे
हुए ।
7. iv. सभी सही हैं ।
कविता से
प्रश्न 1. कवि को ऐसा विश्वास क्यों है कि उसका अंत अभी नहीं होगा ?
उत्तर
- कवि को विश्वास है कि उसका अंत अभी नहीं होगा क्योंकि उसे लगता है कि उसके वन
रूपी जीवन में अभी-अभी ही तो वसंत आया है । अर्थात् जिस प्रकार वसंत के आगमन पर
प्रकृति खिल उठती है वैसे ही उसके मन में भी नया जोश और उमंग है । वह अपने जीवन
में नए कार्य करके उनकी आभा वसंत की तरह चारों ओर फैलाकर यश कमाना चाहता है ।
प्रश्न 2. फूलों को अनंत तक विकसित करने के लिए कवि कौन-कौन सा प्रयास करता है
?
उत्तर - फूलों को अनंत तक विकसित करने के लिए
कवि उन्हें प्रभात के होने का अहसास करवाना चाहता है । वह अपने हाथों के कोमल स्पर्श
से उनका आलस्य,प्रमाद और निराशा दूर करके
उन्हें हमेशा के लिए प्रेरित करते हैं । कवि चाहते हैं कि फूल सदैव अपनी आभा
वातावरण में फैलाय रखें । इन फूलों के माध्यम से कवि युवा वर्ग को प्रोत्साहित
करना चाहते हैं ।
प्रश्न 3 कवि पुष्पों की तंद्रा और आलस्य दूर हटाने के लिए क्या करना चाहते हैं
?
उत्तर - कवि फूलों का आलस्य मिटाकर उन्हें प्राणवान , आभावान व पुष्पित करना चाहते हैं । ऐसा कवि इसलिए करना चाहते
हैं ताकि धरती पर आलस्य, प्रमाद, निराशा
व मायूसी का कोई स्थान न हो । हर तरफ वसंत की भाँति हरियाली,सौंदर्य,
सुख और आनंद की अनुभूति चाहता है ।
not bad
ReplyDelete