1,नेताजी का चश्मा के लेखक कौन
हैं ?
I स्वयं प्रकाश
II रामवृक्ष बेनीपुरी
III
यशपाल
2, नेताजी का चश्मा पाठ का मुख्य
पात्र कौन है ?
I लेखक स्वयं
IIकैप्टन चश्मा वाला
III नेताजी
3,हालदार साहब कंपनी के काम से
कस्बे में कितने दिन में जाते थे?
I सात दिन में
II पंद्रह दिन में
III दूसरे दिन
4, कस्बे के मुख्य चौराहे पर किस
की प्रतीमा लगाई गई थी ?
I गाँधी जी की
II सरदार वल्लभ जी की
III सुभाष चन्द्र बोस की
5,मूर्ति बनाने वाले ने मूर्ति
में क्या नहीं लगाया ?
I चश्मा
II रंग भरना
III टोपी लगाना
6, नेताजी की चश्मा पर रोज चश्मा
कौन लगाता था ?
I कैप्टन साहब
II हालदार साहब
III पानवाला
7,साहब कैप्टन मर गया । यह किसने
कहा ?
I हालदार साहब ने
II पानवाले ने
III ड्राइवर ने
8, कैप्टन साहब की मृत्यु के बाद
नेताजी की मूर्ति पर किस का चश्मा लगा हुआ था ?
I सरकंडे का
II संगमरमर का
III पत्थर का
9. एक बेहद बूढ़ा मरियल सा लँगड़ा
आदमी किसे कह गया है?
I कैप्टन साहब को
II लेखक को
III हालदार को
10, हालदार साहब ने कैप्टन साहब
के बारे में क्या सोचा ?
I वो बहुत बड़े देशभक्त हैं
II वो आज़ाद हिन्द फोज के सिपाही होंगे
III वो बहुत अच्छे हैं
पाठ सहित ,सी.बी.एस.ई की विगत परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न
प्रश्न 1. सेनानी न होते हुए भी चश्में वाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे ?
उत्तर :- सेनानी न होते हुए भी
चश्मेंवाले को लोग कैप्टन कहते थे,क्योंकि उनके हृदय में देशभक्ति की भावना थी और
वो देश भक्त लोगों का आदर करते थे |
प्रश्न 2. “वो लँगड़ा क्या जाएगा फौज में | पागल है पागल !”
कैप्टन के प्रति पानवाले की इस टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया लिखिए |
उत्तर :- कैप्टन के प्रति पानवाले की
यह टिप्पणी बिलकुल भी उचित नहीं है | कैप्टन भले ही फौज में भर्ती होने के लिए शारीरिक
रूप से सक्षम नहीं था परंतु उसके हृदय में देशभक्ति की भावना थी, उनका जज्बा किसी
फौजी से कम नहीं था |कैप्टन अपने कार्यों से जो असीम देशप्रेम प्रकट करता था, ऐसे
देश भक्त व्यक्ति का हमेशा सम्मान करना चाहिए | देश के प्रति त्याग और समर्पण की
भावना रखने वाला व्यक्ति श्रद्धा का पात्र है, उपहास का नहीं |
प्रश्न 3. जिस किसी ने नेता जी की मूर्ति की आंखों पर सरकंडे से बना चश्मा
लगाया होगा, उसे आप किस तरह व्यक्ति मानते हैं और क्यों ?
उत्तर :- पाठ नेताजी का चश्मा में लेखक स्वयं प्रकाश ने कैप्टन चश्में वाले के
माध्यम से देश के करोड़ों नागरिकों का, देश के प्रति योगदान को रेखांकित किया है |
जिस किसी ने भी नेताजी की मूर्ति की आंखों पर सरकंडे का चश्मा लगाया है, वह
देशभक्त व्यक्ति है क्योंकि देशभक्त
व्यक्तियों का सम्मान करने वाला है |
प्रश्न 4. मूर्तिकार के द्वारा ‘बनाकर पटक देने के पीछे क्या भाव निहित हैं’ ?
उत्तर :- पाठ में बताया गया कि मूर्ति बनाने का कार्य कस्बे के इकलौते हाई
स्कूल के ड्राइंग मास्टर मोती लाल जी को यह कार्य दिया गया | मूर्ति कार ने अपने
आप को मूर्ति बनाने में निपुण दिखाने के लिए एक महीने में मूर्ति बनाकर पटक देने
की बात कही |
प्रश्न 5. अपने दैनिक कार्यों में किसी न किसी रूप में हम भी देश -प्रेम की
भावना को किस प्रकार प्रकट कर सकते हैं ?
उत्तर :- सीमा पर तैनात रहने वाले सैनिक हर पल पूर्णतः देश के प्रति समर्पित रहते
हैं | देश के आम नागरिक भी अपने नित्य कर्म के माध्यम से देश प्रेम की भावना प्रकट
कर सकते हैं, जैसे सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाना, राष्ट्रीय स्मारकों का
सम्मान करना, देशभक्ति की भावना रखने वाले लोगों का सम्मान करना | पर्यावरण
संरक्षण करना, राष्ट्रीय पर्वों का सम्मान करना |
प्रश्न 6,जब तक हालदार साहब ने कैप्टन को साक्षात नहीं देखा था तब तक उनके मानस
पटल पर उसका कौन-सा चित्र रहा होगा ?अपनी कल्पना के आधार पर उत्तर दीजिए |
उत्तर:-जब तक हालदार साहब ने कैप्टन को साक्षात नहीं देखा था
तब उन्होंने सोचा था कि चश्मे वाला अवश्य कोई
पुराना फौजी होगा वह लंबा- तगड़ा देशभक्त जवान होगा या सुभाष चंद्र बोस के समय का आजाद
हिन्द फौज का सिपाही रहा होगा |
प्रश्न 7, पान वाले का चरित्र -चित्रण कीजिए |
उत्तर :- पानवाला अपनी पान की दुकान पर बैठा
ग्राहकों को पान देने के अलावा उनसे कुछ न कुछ बातें करता रहता है। वह स्वभाव से
खुशमिज़ाज,
काला मोटा व्यक्ति है। उसकी तोंद निकली हुई है। वह पान खाता रहता है जिससे
उसकी बत्तीसी लाल-काली हो रही है। वह जब हँसता है तो उसकी तोंद थिरकने लगती है। वह
वाकपटु है जो व्यंग्यात्मक बातें भी कहता है।
प्रश्न 8, सिद्ध करें कि हालदार
साहब सच्चे देशभक्त थे ?
उत्तर- हालदार साहब सच्चे देशभक्त
थे उनके मन में क्रांतिकारी सुभाष चंद्र बोस के प्रति गहरा सम्मान था इसलिए सदा
सुभाष की मूर्ति के सामने जीप रुकवाते थे और उन्हें कौतूहल से निहारा करते थे
उन्हें यह देखकर भी अच्छा लगता था कि छोटे से कस्बे में सुभाष की मूर्ति को चश्मा
पहनाने वाला कोई देशभक्त नागरिक है बिना चश्मे वाली मूर्ति देखकर भी उदास हो जाते
थे और चश्मे वाले मूर्ति से खुश हो जाते थे इससे उनकी देशभक्ति का परिचय मिलता है | देशभक्त
लोगों का सम्मान भी करते थे |
प्रश्न 9,बच्चों
द्वारा मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा क्या उम्मीद जगाता है ?
उत्तर:- बच्चों द्वारा
मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा लगाना यह उम्मीद जगाता है कि बच्चों के मन में देश प्रेम और देशभक्ति के
बीज अंकुरित हो गए हैं। उन्हें यह ज्ञान हो गया है कि शहीदों और देश भक्तों का आदर
करना चाहिए। भावी पीढ़ी में देश प्रेम की भावना विद्यमान है |
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